संयंत्र सुविधा का स्थान निर्धारणPlant facility location
कच्चे माल की उपलब्धता ability of raw material
कुशल श्रमिक की उपलब्धता Availability of skilled labor
जल की उपलब्धता Water availability
ईंधन और बिजली की उपलब्धता Fuel and power availability
जलवायु Climate
यातायात की सुविधा Transport Facility
बाजार की निकटता Nearness to the Market
सरकारी अधिनियम और निर्देश Government regulations and Directions
संयंत्र स्थान निर्धारण का महत्व important of plant location
उत्पादन संयंत्र का स्थान निर्धारण कारखाने के नक्शे को बहुत ही प्रभावित करता है
The location of the production plant greatly affects the factory map.
पूंजी निवेश की मात्रा को भी प्रभावित करता है
Capital also affects the amount of investment
परिचालन लागत उत्पादन संयंत्र आस्थान पर निर्भर होता है
Operating cost depends on the production plant location
संयंत्र स्थान निर्धारण की प्रकृति
वैज्ञानिक पद्धति scientific method
भविष्योन्मुखी future oriental
नवाचार ennovation
आर्थिक क्रिया economic activity
वैज्ञानिक पद्धति scientific method
इसके अंतर्गत विभिन्न कारको एवं उनके प्रभाव का अध्ययन किया जाता है इसलिए हम कह सकते हैं संयंत्र स्थान निर्धारण एक वैज्ञानिक पद्धति है जिससे उत्पादन संयंत्र की स्थापना सर्वोत्तम स्थान पर हो सके।
भविष्योन्मुखी future oriental
भविष्य की गतिविधियों को ध्यान दें रखने से संबंधित है सैयद राजस्थान निर्धारण तथा व्यवसाय पर जब तक वेबसाइट चलता है तब तक पड़ता है।
नवाचार ennovation
जब भी संयंत्र स्थान निर्धारण के परिणाम स्वरुप एक नवीन व्यवसाय की कई का सृजन होता है तो उससे देश के आर्थिक विकास में भी योगदान होता है।
आर्थिक क्रिया economic activity
संयुक्त राष्ट्र निर्धारित होने के बाद संयंत्र की स्थापना होती है जिसमें बहुत अधिक मात्रा में पूंजी का निवेश किया जाता है इसके साथ बहुत ही अन्य आर्थिक क्रियाएं इस प्रक्रिया में संपन्न होती है।
उत्पादन संयंत्र स्थान की आवश्यकता
व्यवसाय की शुरुआत व्यवसाय का विस्तार मांग में वृद्धि पट्टे की समाप्ति उत्पादन लागत में वृद्धि सामाजिक और आर्थिक कारणों में परिवर्तन राजनीतिक कारण विधिक कारण
संयंत्र राजस्थान को प्रभावित करने वाले कारक
प्रभावित करने वाले दो कारक है
1.सामान्य कारण (सभी प्रकार के संगठन हेतु) 2. विशिष्ट कारण
1.सामान्य कारण
- नियंत्रण से बाहर नियंत्रण योग्य
- नियंत्रण के बाहर
2. विशिष्ट कारण
- उत्पादक संस्था के लिए सेवा
- प्रदाता संस्था के लिए
नियंत्रण के बाहर
- जलवायु
- सरकार की नीतियां
- राजनीतिक कारण
- सामाजिक कारण
- धार्मिक कारण
नियंत्रण योग्य
पूंजी
श्रम
संगठन की नीति
इंफ्रास्ट्रक्चर
उत्पादक संस्था के लिए सेवा
- कच्चा माल
- विधिक अधिनियम
- बाजार की निकटता
प्रदाता संस्था के लिए
- ग्राहकों की उपलब्धता
- यातायात की सुविधा
उत्पादन संयंत्र स्थापित करने की विधियां
- गुणात्मक तकनीक
- मात्रात्मक तकनीक
गुणात्मक तकनीक
- कारक रेटिंग विधि
- तुलनात्मक रेखा चित्र विश्लेषण
- रैंकिंग विधि
मात्रात्मक तकनीक
- रैखिक प्रोग्रामिंग विधि
- सिमुलेशन मॉडल
- लागत लाभ विश्लेषण
- डेल्फी टेक्निक
- सेंटर ऑफ ग्रेविटी विधि
- ट्रांसपोर्टेशन विधि लोड
- डिस्टेंस विधि
भारत में उत्पादन संयंत्र की स्थापना
- भारत एक विकासशील देश है यहां पर विकसित देश जैसे तकनीक का विकास अभी नहीं हुआ है भारत देश में संसाधनों का उपभोग सही प्रकार से नहीं हो रहा है यद्यपि भारत प्राकृतिक संपदा ओं के मामले में धनी देश है यहां की जलवायु ही उद्योग धंधों के लिए काफी उपयुक्त है
- भारत देश के लगभग 50% कारखाने दो राज्य महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में सीमित है दोनों को भारत के औद्योगिक गतिविधियों का केंद्र माना जाता था वर्ष 1951 तक देश के 42% कारखाने मुंबई और कोलकाता में स्थित थे जिनमें से कुल 67% पूंजी का निवेश था और 63% औद्योगिक सर में शामिल थे भारत में उद्योग का केंद्रीकरण है क्योंकि उत्पादन के संसाधन तथा शुद्ध स्थान विशेष पर केंद्रित है इसलिए भारत में जूट उद्योग मुक्ता पश्चिम बंगाल में विकसित है इसी तरह कपड़ा उद्योग मुंबई और सूरत का महत्वपूर्ण योगदान है
- अब हम आपको कुछ ऐसे राज्य के नाम बताएंगे जो किसी न किसी उद्योग से संबंधित हैं
- स्टील उद्योग भारत में स्टील संयंत्र मुख्य रूप से बिहार पश्चिम बंगाल झारखंड उड़ीसा कर्नाटक और छत्तीसगढ़ है संबंधित कच्चा माल एवं अन्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती है तथा ट्रांसपोर्टेशन जल मार्ग यातायात मान साधने तैयार माल का वितरण एवं बिक्री भी आसानी से हो जाती है
- सीमेंट उद्योग सीमेंट उद्योग का पहला संयंत्र गुजरात के पोरबंदर में 1950 में स्थापित हुआ था हालांकि सीमेंट का सर्वप्रथम उत्पादन 1904 में मद्रास चेन्नई में हुआ था वर्तमान में सीमेंट का उत्पादन मुख्य रूप से मध्य प्रदेश आंध्र प्रदेश राजस्थान कर्नाटक गुजरात झारखंड उत्तर प्रदेश पंजाब महाराष्ट्र में पश्चिम बंगाल में होता है
- उर्वरक उद्योग उर्वरक के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है वर्तमान में गुजरात तमिलनाडु उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश पंजाब और केरल उर्वरक उत्पादन के प्रमुख राज्य हैं यह सभी मिलकर 50% उर्वरक का उत्पादन करते हैं इसके अतिरिक्त उड़ीसा राजस्थान बिहार असम पश्चिम बंगाल गोवा दिल्ली मध्यप्रदेश का नाटक एवं भारत के अन्य राज्यों में उर्वरक का उत्पादन होता है
- कोयला उद्योग कोयला एक महत्वपूर्ण प्रगति संसाधन है जो भारत की स्वतंत्रता के बाद 1951 में कोयला उद्योग के लिए कार्यकारी दल की स्थापना की गई और 1970 के दशक में सरकार की राष्ट्रीय और जनहित के अंतर्गत कोल इंडिया लिमिटेड का गठन किया गया भारत में कोयले की खान तमिलनाडु झारखंड उड़ीसा छत्तीसगढ़ पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश बिहार महाराष्ट्र तेलंगाना इत्यादि राज्यों में है
0 टिप्पणियाँ